स्विंग ट्रेडिंग क्या है, लाभ और कैसे करें?

शेयर मार्केट से सभी प्रॉफिट कमाना चाहते है। इसके लिए सभी अलग-अलग मेथड का उपयोग करते है। मेथड काम करता है, तो ख़ुशी की लहरें दौड़ पड़ती है और नुकसान होने पर बेहतर मेथड की खोज चालू हो जाती है। आज हम इस आर्टिकल में एक बेहतरीन ट्रेडिंग मेथड के बारे में चर्चा करने वाले है। यह हर प्रकार के मार्केट कंडीसन में काम करता है। आर्टिकल में जानेंगे स्विंग ट्रेडिंग क्या है? साथ ही स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें? इसे भी समझेंगे। 


स्विंग ट्रेडिंग क्या है, लाभ और कैसे करें?


स्विंग ट्रेडिंग क्या है?

शेयर मार्केट से प्रॉफिट कमाने के बहुत से तरीक़े है। स्विंग ट्रेडिंग उन्हीं में से एक तरीका है। स्विंग ट्रेडिंग में पैसा कुछ समय के लिए होल्ड किया जाता है, जैसे: 3 दिन, 5 दिन, 10 दिन, 20 दिन, 30 दिन, 3 महीना या 6 महीना। 

 

इसमें जब तक ट्रेडर का प्रॉफिट गोल हिट नहीं होता है, वह तब तक होल्ड करके रखता है। प्रॉफिट गोल समय के अनुसार होता है। यदि आप 3 से 5 दिन तक होल्ड करते है, तो आप 5 प्रतिशत प्रॉफिट कमा सकते है। बाकि प्रॉफिट आपके एनालिसिस पर करता है। एनालिसिस पर आप जितना ज्यादा मेहनत करते है, प्रॉफिट उतना अच्छा हो सकता है। शार्ट टर्म में आपको 5 से 10 या 15 प्रतिशत प्रॉफिट आराम से मिल सकता है।

 

स्विंग ट्रेडिंग के लाभ बताइए

1. कम समय: स्विंग ट्रेडिंग में आपको डेली 15 से 20 मिनट खर्च करना पड़ता है। यदि आप एक ऑफिस एम्प्लॉई या कॉलेज स्टूडेंट हो। इंट्राडे या ऑप्शन ट्रेडर की तरह पूरा टाइम स्क्रीन पर नहीं दे सकते है, तो यह आपके लिए बेस्ट है।  


2. थोड़ा आसान: यहाँ आप कुछ सप्ताह के लिए ट्रैड करते है, इसलिए आपको कंपनी का फंडामेंटल चेक नहीं करना पड़ता है। फंडामेंटल चेक करना थोड़ा पेंचीदा होता है। कई लोग इससे बचना पसंद करते है। 


3. कम रिस्क: इस ट्रैड में रिस्क कम होता है क्यूंकि इसमें समय असीमित होता है। इंट्राडे या ऑप्शन ट्रैड की तरह आपको टाइम फ्रेम में नहीं बंधा जाता है। आप जितना समय तक चाहे होल्ड कर सकते है।

 

4. शार्ट-लॉन्ग टर्म: इस ट्रैड में इन्वेस्टर की तरह पैसा लगाया जाता है, इसलिए आप चाहे तो इसे लॉन्ग टर्म बना सकते है। यदि आपका गोल हिट हो जाता है, तो एग्जिट कर सकते है। स्विंग ट्रैड में आपके पास दोनों हो अवसर होते है। 

 

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें

स्विंग ट्रेडिंग के लिए कोई विशेष प्रक्रिया नहीं है और ना ही कोई अलग से नियम बनाया गया है। इंट्राडे की तरह कोई मार्जिन नहीं मिलता और ना ही ऑप्शन की तरह प्रीमियम भरना पड़ता है। स्विंग ट्रेडिंग के लिए प्रक्रिया:

  • वॉच लिस्ट बनाये,
  • टेक्निकल एनालिसिस करें,
  • प्रॉफिट फिक्स करें,
  • लॉस फिक्स करें,
  • स्टॉक चुने,
  • व्यू टाइम सेट करें, 

वॉच लिस्ट बनाये 

स्टॉक चुनने के लिए स्टॉक का एक वॉच लिस्ट बना लें। वॉच लिस्ट में वैसे स्टॉक को रखे, जो नीचे दिए गए पॉइंट  अनुसार हो:



मार्केट कैप ➡
1000 करोड़ से ज्यादा
प्रॉफिट निफ़्टी से ज्यादा ➡ निफ़्टी 10%- टारगेट 15%
ट्रेडिंग वॉल्यूम ➡ 1 लाख/ Day से ज्यादा
शेयर प्राइस ➡ ₹ 100 से ज्यादा



टेक्निकल एनालिसिस करें

स्विंग ट्रेडिंग छोटे समय के लिए होता है, इसलिए शेयर का टेक्निकल एनालिसिस करना बहुत जरुरी होता है। टेक्निकल एनालिसिस समय से दुगुना समय तक का करना है। जैसे: यदि आप तीन दिन के लिए पैसा लगा रहे है, तो एनालिसिस पिछले 6 दिन का करें। 


प्रॉफिट फिक्स करें

ट्रैड में पैसा लगाने से पहले प्रॉफिट फिक्स कर लें। क्यूंकि जब प्रॉफिट हिट हो जाता है, तो मन में लालच आ जाता है। इसका परिणाम पोजेटिव या नेगेटिव कुछ भी हो सकता है। लेकिन यदि आपका प्रॉफिट गोल हिट हो जाता है, तो आपको एग्जिट कर लेना चाहिए। यह सलाह सभी एक्सप्रिएंस ट्रेडर देते है। 

 

लॉस फिक्स करें 

शेयर मार्केट या स्पेशली नए ट्रेडर के लिए एक कहावत फ़ेमस है "प्रॉफिट कमाने से पहले, अपना कैपिटल बचाना सीखना चाहिए।" इसलिए आपको अपना लॉस मैनेज करते हुए आगे बढ़ना है। मार्केट में टिके रहेंगे तो प्रॉफिट भी होगा। किसी भी ट्रैड में पैसा लगाने से पहले कितना लॉस आप कर सकते है, यह पहले फिक्स कर लें। इससे आप ज्यादा लॉस करने से बच सकते है।


विविध स्टॉक चुने

स्टॉक हमेशा अलग-अलग कंपनी के चुने। इससे आपके प्रॉफिट में ज्यादा अंतर नहीं आएगा, लेकिन आपका लॉस कम कर देगा। क्यूंकि कई बार एक नेगेटिव न्यूज़ शेयर प्राइस को नीचे पटक देती है। कंपनी के शेयर प्राइस महीनों तक ऊपर नहीं उठती। आपकी सारी एनालिसिस बेकार साबित हो जाती है। 


इससे बचने का एक ही उपाय है, अपना पैसा अलग-अलग कंपनी के स्टॉक में लगाए। अपना पैसा 10 से 15 कंपनी में बाँट दें। 

 

व्यू टाइम सेट करें

आप अपना आर्डर प्लेस करने के बाद समय-समय पर व्यू जरूर करें। इसके लिए आप एक सेडुल बना लें या तो अलार्म सेट कर लें। यदि ऑफिस एम्पलई या स्टूडेंट है, तो लंच का टाइम आपके लिए बेस्ट होगा। 10 से 15 मिनट डेली आपको देना चाहिए। इससे आप अपने एनालिसिस को सेटिस्फाई कर सकते है। 


एग्जिट करें

यदि आपका प्रॉफिट गोल एक घंटे में हिट हो जाता है, तो आपको उसी समय एग्जिट कर देना चाहिए। प्रॉफिट आपको कुछ मिनट से लेकर कुछ दिन तक कभी भी मिल सकता है। यहाँ आपको सिर्फ आपके प्रॉफिट गोल पर दृढ़ रहना चाहिए। क्यूंकि मार्केट में ऑपरेटर हमेशा रिटेलर के साथ खेलते है। इसलिए आपको जब भी प्रॉफिट मिले तुरंत समेट कर चिल्ल करना चाहिए। 


समापन शब्द 

आज मार्केट की स्विंग होती हुई स्टॉक प्राइस से अपने लिए प्रॉफिट कमाने का तरीका यानि स्विंग ट्रेडिंग के बारे में बताया गया है। स्विंग ट्रेडिंग क्या होता है? और स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते है? इसके बारे विस्तार से बताया गया है। लेकिन आपके मन में कोई सवाल हो, तो कमेंट में अवश्य पूछें। मुझे उत्तर देने में ख़ुशी होगी। 


यदि आप स्टेप वाइज बेसिक से शेयर मार्केट के बारे में सीखना चाहते है, तो इस ब्लॉग आपके काम का है। यहाँ से आप सब कुछ सीख सकते है। ब्लॉग को रेगुलर विजिट करें। 

 

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