शेयर मार्केट का नाम सुनते ही मन में एक सवाल जरूर आता है की "शेयर मार्केट कैसे काम करता है?" या "शेयर मार्केट कैसे चलाया जाता है?" लोग इसमें पैसा क्यों लगते है, इससे क्या फायदा है ? और भी बहुत कुछ। इन सारे सवालों का पता खुद-बा-खुद चल जाएगा, जब आप इस आर्टिकल को पूरा करेंगे। यदि आप पूरा पढ़ लेते है, तो आप इसे दुसरो को बहुत अच्छा से समझा सकते है।
तो आज इस आर्टिकल में आपके सवाल शेयर बाजार कैसे काम करता है? के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। तो शुरू करते है शेयर मार्केट बेसिक का चैप्टर: 02
चैप्टर: 00 शेयर मार्केट कैसे सीखें?
चैप्टर: 01 शेयर मार्केट क्या होता है?
शेयर मार्केट कैसे चलाया जाता है?
इसे समझने के लिए आपको थोड़ा पीछे जाना होगा, जहाँ से इसकी शुरुआत हुई थी। तो चलिए इसे समझते है।
भारत में शेयर मार्केट की शुरुआत 1875 को हुई थी। बम्बई के कुछ बड़े व्यापारी ने इसे शुरू किया था। शुरू-शुरू में वे एक-दूसरे से मदद लेकर व्यापार को बढ़ा रहे थे। लेकिन जल्द ही इसका उद्देश्य आम पब्लिक से व्यापार के लिए पैसा इक्कठा बन गया। व्यापारी अपने कंपनी का कुछ हिस्सा (शेयर) पब्लिक को देते तथा बदले में पैसा लेते थे।
काम के प्रचार-प्रसार तथा आम पब्लिक को भरोसा दिलाने के लिए दलाल रखा गया। दलाल पब्लिक को इसके फ़ायदे समझाते और पैसा-कंपनी के शेयर की अदला-बदली (एक्सचेंज) कराते थे।
धीरे-धीरे व्यापारी और आम पब्लिक दोनों को इसमें फ़ायदा नजर आया। समय बिता और व्यापारी (कंपनी) की संख्या तथा आम पब्लिक की संख्या में बढ़ोतरी हुई ।
इसके साथ कंपनी के शेयरों की संख्या बहुत हो गयी। दलालों के पास बहुत सारे शेयरों के स्टॉक्स होते थे। आम पब्लिक कंपनी के शेयर दलालों से लेने लगे था तथा दलाल को ही बेच दिया करते थे। धीरे-धीरे कंपनी के शेयर का खरीदना-बेचना बहुत आम हो गया। लोग डेली इस जगह शेयरों की ख़रीद और बिक्री करने लगे। लोगों ने इसे शेयर मार्केट तथा स्टॉक मार्केट का नाम दिया।
कुछ समय बाद नक़ली दलालों ने कंपनी के नाम पर ठगी करना शुरू कर दिया। इसी कारण 1875 बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना की गयी।
वर्तमान समय में मार्च 2024 तक भारत में टोटल 23 स्टॉक एक्सचेंज है। इनमें कुछ प्रमुख के नाम नीचे दिया गया है:
- BSE
- NSE
- MSE
- CSE
- ICEX
- NSE IFSC
- India INX
- NCDEX
- MCX
इन स्टॉक एक्सचेंजों में से दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है। प्रमुख़ एक्सचेंज के नाम NSE और BSE है। इन्ही दो स्टॉक एक्सचेंज में 95 प्रतिशत से ज्यादा लोग और कंपनी है। आप भी इसी के बारे में सुनते है।
वर्तमान स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है?
वर्त्तमान शेयर मार्केट काम कैसे करता है? इसे समझने के लिए आपको बिजनस का थोड़ा ज्ञान होना चाहिए। यदि आपको बिजनस का ABCD ना पता हो, तो आप इसे नहीं समझ पाएंगे। तो समझते है बिजनस से कंपनी का सफर।
व्यापार से कंपनी कैसे बनता है?
यदि किसी को बिजनस चालू करना है, तो उसे पैसों की जरुरत होती है। पैस परिवार से मांग सकता है। माना परिवार ने 10 लाख रुपय दे दिया और बिजनस कुछ सालों में चल पड़ा। बिजनस से कुछ प्रॉफिट भी हो रहा है।
अब बिजनस बड़ा करने के लिए 5 करोड़ रुपय चाहिए। तो वह मार्केट में अपने बिजनस मैन दोस्तों को पार्टनर बनाता है। बिजनस में पार्टनरशिप से पैसा आ जाता है और कुछ ही साल में बिजनस का दायरा बढ़ जाता है।
अब बिजनस को और बड़ा करने के लिए 50 करोड़ रुपय की जरुरत है। तो बिजनस मैन को क्या करना चाहिए?
बैंक से लोन लेना ठीक होगा? उत्तर है नहीं। बैंक बिजनस देख कर लोन तो देता है, लेकिन अगले महीनें से ही लोन की क़िस्त मांगता है और बिजनस का प्रॉफिट लोन की EMI भरने में चला जाता है। कई बिजनस तो प्रॉफिट देने में कई साल लगा देता है। इसलिए बढ़ते बिजनस में लोन नहीं लेना चाहिए।
अब बिजनस को एक कंपनी के रूप में रेजिस्टर कराया जाता है। उसके बाद एंजेल इन्वेस्टर को खोजा जाता है। एंजेल इन्वेस्टर एक पूंजीपति होता है। यदि इन्वेस्टर को आपका बिजनस मॉडल और प्रोडक्ट पसंद आता है, तो वह कंपनी में पैसा लगता है। पैसे के बदले आप उन्हें कंपनी का कुछ प्रतिशत शेयर देते है। सोनी TV पर शार्क टैंक सीरियल इसका एक ज्वलंत उदाहरण है। शार्क टैंक के जज एंजेल इन्वेस्टर है।
माना कुछ सालों बाद कंपनी का ग्रोथ अच्छा रहा। अब कंपनी को पूरे देश में फ़ैलाने के लिए 500 करोड़ रुपय की जरुरत है। तो अब बिजनस मैन क्या करें। अब एक ही रास्ता है शेयर मार्केट।
अब कंपनी SEBI के पास जायेगा। कंपनी का सारा डॉक्यूमेंट दिखायेगा। यदि SEBI को सब कुछ ठीक लगा, तो अप्रूवल मिल जाएगा। अब कंपनी आम जनता से पैसा इक्कठा करने के लिए आईपीओ (IPO) लाएगा। जिस व्यक्ति को कंपनी का शेयर लेना हो वह IPO खरीदेगा। जब कंपनी का सारा IPO बिक जाएगा तो वह अपने कंपनी को विस्तार करने में लग जाएगा।
स्टॉक एक्सचेंज की भूमिका
स्टॉक एक्सचेंज क्या है? इसके बारे में हम नेक्स्ट चैप्टर में बात करेंगे। फ़िलहाल आगे की प्रक्रिया को समझते है।
कंपनी को ओर बड़ा करने के लिए 500 करोड़ की जरुरत थी। कंपनी को पैसा शेयर मार्केट से IPO के द्वारा मिल गया।कंपनी पैसा लेकर अपने काम में लग गई। अब किसी को कंपनी का शेयर बेचना है, तो क्या करेगा? कंपनी तो पैसा लेकर चली गयी।
यहाँ स्टॉक एक्सचेंज काम आता है। स्टॉक एक्सचेंज में लाखों-करोड़ो लोग है, जो रोज अलग-अलग कंपनी के शेयर खरीदते और बेचते है। यह एक मंडी की तरह काम करता है। यहाँ कोई भी अपने शेयर स्टॉक से किसी भी कंपनी का शेयर खरीद और बेच सकता है।
यह सारा काम ऑनलाइन होता है। शेयर मार्केट का सारा काम स्मार्ट फ़ोन, लैपटॉप या कंप्यूटर से हो रहा है। मोबाइल में ऐप (App) की मदद से तथा लैपटॉप पर वेबसाइट से होता है। यह सारा काम घर बैठे कर सकते है।
इसके लिए कई पॉपुलर नाम है, जैसे:
- Zerodha
- Angel One
- Groww
- Upstox
- 5paisa
सारांश: स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है?
सभी कंपनी विस्तार करना चाहती है। इसके लिए ज्यादा पूंजी की जरुरत होती है। पूंजी के लिए कंपनी शेयर मार्केट में अपना आईपीओ (IPO) लाती है। जिस ट्रेडर को IPO से फ़ायदा नजर आता है। वह इसे खरीदते है। जब कंपनी अच्छा प्रोफॉर्म करती है तो कंपनी के शेयर की क़ीमत में वृद्धि होती है। क़ीमत बढ़ने पर ट्रेडर शेयर स्टॉक एक्सचेंज में किसी अन्य ट्रेडर को बेच देता है। इससे IPO खरीदने वाले ट्रेडर को फायदा हो जाता है।
कुछ कंपनी अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर के साथ बांटती है, इसे डिविडेंट कहते है।
आज आर्टिकल शेयर मार्केट कैसे चलाया जाता है? में शेयर मार्केट के काम और महत्त्व के बारे में समझा। आशा करता हूँ, मैं आपको समझाने में क़ामयाब हुआ। यदि आपके मन में कोई सवाल है, तो आप कमेंट में निश्चित ही पूछे। मुझे उत्तर देने में काफी ख़ुशी होगी।
यदि आप आर्टिकल को ओर बेहतर बनाने में कोई सलाह देना चाहते है, तो भी आपका स्वागत है। यदि आर्टिकल काम का लगे तो इसे अपने कॉन्टेक्ट और सोशल मीडिया में जरूर शेयर करें। आर्टिकल पूरा पढने के लिए धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।