ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपायरी डेट क्या है?

शेयर मार्केट में पैसा कमाने का बहुत स्कोप है और इसी कारण इसका क्रेज़ लोगों के बीच है। यह क्रेज सोशल मीडिया के कारण युवा और माध्यम वर्ग में तेजी फ़ैल रहा है। लेकिन शेयर मार्केट के पेंचीदे शब्द शेयर मार्केट को सीखने में बाधा बन रही है। इससे कॉन्फिडेंस कम हो जाता है। लेकिन यहाँ से आप सब कुछ स्टेप वाइज सीख सकते है। आज इस आर्टिकल में ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपायरी डेट क्या है? के बारे में बताया जाएगा। क्यूंकि यह प्रश्न मुझसे बार-बार इंस्टाग्राम पर पूछा जा रहा है। 


ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?


ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?

ऑप्शन ट्रेडिंग बाइक वा कार इंसोरेंस की तरह काम करता है। बाइक इंसोरेंस की प्रक्रिया :

  1. इंसोरेंस के लिए 2000 रुपय लिया जाता है। 
  2. इंसोरेंस 1 या 5 साल तक का हो सकता है। 
  3. इंसोरेंस की एक्सपायरी तक बाइक में कुछ भी हो तो 1 लाख रुपय मिलेगा। (माना)
  4. यदि बाइक को कुछ नहीं हुआ, तो 2000 रूपए डूब जाएगा। 
  5. यदि बाइक कुछ हुआ तो 98000 का फायदा होगा। 

 

ऑप्शन ट्रेडिंग का तरीका :

  1. कुछ पैसा दे कर शेयर को बुक करते है। 
  2. बुकिंग 1 सप्ताह, 1 महीना, 3 महीना, 6 महीना का हो सकता है। 
  3. 1000 रूपए दे कर 50000 का शेयर बुक कर सकते है। 
  4. आप एक्सपायरी डेट तक अपने पास रख सकते है। 
  5. यदि इसकी कीमत 60000 हो जाती है, तो 9000 का लाभ हो जाएगा। 
  6. यदि कीमत 40000 हो गयी तो आपको सिर्फ 1000 रुपय का नुकसान होगा। 
  7. एक्सपायरी से पहले भी आप इसे ज्यादा कीमत पर बेच सकते है। 
 

 ऑप्शन ट्रेडिंग एक कॉन्ट्रैक्ट की तरह होता है। यहाँ ख़रीदने वाले को लगता है शेयर की कीमत बढ़ेगा। यदि बढ़ जाता है, तो मोटा प्रॉफिट तथा नहीं बढ़ा, तो बुकिंग का पैसा डूब जाएगा।   


ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपायरी डेट क्या है?

अलग-अलग ऑप्शन की एक्सपायरी सप्ताह के किसी एक दिन जरूर होती है, लेकिन शेयर मार्केट में सबसे ज्यादा पॉपुलर निफ़्टी 50 का वीकली एक्सपायरी होता है। क्यूंकि ज्यादातर ट्रेडर इसी दिन पर ज्यादा ध्यान देते है। एक्सपायरी के दिन मार्केट बहुत ऊपर-नीचे होता है। इस दिन आप बहुत ज्यादा लाभ या नुकसान कर सकते है।


Day
Expiry
सोमवार
मिड कैपिटल निफ़्टी
मंगलवार
फ़िन निफ़्टी सर्विस
बुधवार
बैंक निफ़्टी
गुरुवार
निफ़्टी 50
शुक्रवार
सेंसेक्स/ बैंक एक्स


एक्सपायरी वीक्ली, मंथली, क्वार्टरली और 6 मंथ में भी होता है। लेकिन ट्रेडर का ज्यादा ध्यान वीक्ली एक्सपायरी पर होता है। यही कारण है की सप्ताह का बुधवार मार्केट में बहुत उतर-चढ़ाव रहता है। इस दिन कुछ लोग बहुत पैसा कमाते है, तो कुछ लोग कंगाल होकर बैठ जाते है। इसी कारण वीक्ली एक्सपायरी के ट्रैड को जीरो टू हीरो ट्रैड भी कहा जाता है। इस दिन या तो आप हीरो बनते है या जीरो हाथ लगता है। 


यदि बुधवार को कोई छुट्टी रहती है, तो एक्सपायरी मंगलवार को होता है। छुट्टी के कारण एक्सपायरी एक दिन आगे ही कर दिया जाता है। 


इसके अलावे वीक्ली एक्सपायरी मंथ के लास्ट सप्ताह में गुरुवार (Thursday) को होता है। यदि आप ऑप्शन ट्रेडर या इंट्राडे करते है, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा।


अंतिम शब्द 

आज इस लेख में "ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपायरी डेट क्या है?" के बारे में बताय गया। लेकिन फिर भी आपके मन में कोई सवाल है, तो आप लिए कमेंट का द्वारखुला है। आप कमेंट में अपना सवाल पूछ सकते है। आपको तुरंत जबाव मिल जाएगा। 


इस ब्लॉग में आपको शेयर मार्केट के बारे में सब कुछ बताया जाएगा।शेयर मार्केट का बेसिक से बेसिक बात आप यहाँ से जान सकते है। यदि आप सब कुछ स्टेप वाइज जानना चाहते है, तो आपको ब्लॉग रेगुलर फॉलो करना पड़ेगा। यहाँ आपको डेली नया और महत्वपूर्ण आर्टिकल आसान शब्दों में मिल जाएगा। यदि आप शेयर मार्केट के बारे कोई सवाल प्रसनली पूछना चाहते है, तो मुझे इंस्टाग्राम पर पूछ सकते है। 

 

ब्लॉग यहाँ तक पढ़ने के लिए धन्यवाद। आपका दिन शुभ हो।  

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.